Kedarnath Yatra
रुद्रप्रयाग
केदारनाथ पैदल मार्ग पर लैंडस्लाइड से मौत का अकड़ा पहुंचा 4
सोमवार देर श्याम सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच हुआ था भूस्कलन
सोमवार देर रात 2 लोगो को किया गया था रेस्क्यू
एक का शव किया गया था बरामद
मंगलवार सुबह 3 लोगों के ओर निकाले गए शव
शवों को जिला पुलिस को सौंपा गया
उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मलबा आने से बड़ा हादसा हो गया। अब तक चार शव बरामद हो चुके हैं। जबकि मलबे में फंसे 3 लोगों का एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया है। घटना सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र की बताई जा रही है।देर रात सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच बोल्डर व मलबा गिर गया। जिसमें कुछ यात्री मलबे में दब गए। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ ने तुरंत रात में रेस्क्यू चलाया। जिसमें तीन को रेस्क्यू किया गया जबकि एक शव बरामद हुआ। जबकि आज सुबह तीन और शव बरामद हुए हैं।
करीब एक माह तक यात्रा आपदा के चलते प्रभावित रही, जिसके बाद बीते कुछ दिनों से यात्रा फिर से रफ्तार पकड़ने लगी थी। लेकिन इस घटना के बाद एक बार फिर प्रशासन अलर्ट हो गया है।एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग पोस्ट से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच भूस्खलन-प्रभावित क्षेत्र में लगतार पत्थर गिरने के कारण कुछ लोग फंसे हुए हैं।
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एसडीआरएफ की टीम तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हुई। उप निरीक्षक अशीष डिमरी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद एसडीआरएफ की टीम ने मलबे से 03 घायलों को सुरक्षित निकाल लिया। इसके साथ ही रात में एक शव भी बरामद किया गया। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान लगातार पत्थर गिरने की वजह से चुनौतीपूर्ण हालात बने हुए हैं, लेकिन एसडीआरएफ की टीम पूरी मुस्तैदी से अपना कार्य कर रही है। मौके पर स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद है, और सभी मिलकर रेस्क्यू कार्य को जारी रखे हुए हैं। जिसकी चपेट में कुछ तीर्थ यात्री आ गए। बताया जा रहा है कि घटना में रात में एक तीर्थ यात्री की मौके पर ही मौत हो गई है। जबकि, तीन घायलों का रेस्क्यू किया गया है। आज सुबह तीन और शव बरामद हुए हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक