चलती बस में हार्ट अटैक से युवक की मौत:
कुलाऊँ से हल्द्वानी का कराया था टिकट,
बागेश्वर के कुलाऊँ गांव से दुखद खबर सामने आ रही है जहां बलवंत नाम का युवक हल्द्वानी में दुकानदारी का काम करता था, कुछ दिनों के लिए घर आया था,घर से वापस हल्द्वानी जा रहा था, जैसे ही घर से हल्द्वानी के लिए जा रहा था वहीं हल्द्वानी से पहले भवाली में चलती बस में तबीयत बिगड़ने लगी,और उल्टी करने लगा, माना जा रहा है, युवक की मौत हार्ट अटैक से हुई, है,बताया जा ड्राइवर के एंबुलेंस बुलाने तक युवक की मौत हो चुकी थी,
जल्दी बाजी में घर में सूचना दे दी गयी,और बलवंत का बड़ा भाई गोपाल जो चंडीगढ़ में जॉब करता है,जब उसने भाई की मौत की खबर सुनी वो भी आनन फानन में भवाली पंहुचा,
देर रात जब जवान बेटे की लाश घर पहुंचते ही मां बाप बेसुध हो गए और और होश में आने के बाद दहाड़ मारकर रो रहे थे। इस मंजर को देखकर गांव के सभी लोगों के आंख में आंसू थे। जो रोता नहीं कभी कहीं पर
उस पिता की आंख से भी
पानी की धार आयी है,जो बहन इंतज़ार करती थी उसका
‘भाई में राखी किसे बांधू ‘
उसकी जुबां पर ये बात आयी है
बलवंत के पिता खिलाप सिंह ने पूरी जिंदगी गांव में बिताई,और गरीबी को काफी करीबी से देखा, और गांव में ही खूब मेहनत कर अपने बच्चों को पढ़ाया,आज जवान बेटे डेड बॉडी देखकर मानो की एक पिता के उप्पर दुःखों का पहाड़ टूट गया हो, दिल पर पत्थर रख कर यही कह रहे कि मेरा बल्लू अब कभी नही लौटेगा,और बूढ़ी माँ के आखों में आंसू के अलावा कुछ नही,परिवार को खुद को भी पता नही था,आने वाला नया साल हमारे लिए इतना दुखदाई रहेगा, आज सुबह घर से बल्लू को पूरे गांव ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी, गांव में ही नजदीक श्मशान घाट में बल्लू का अंतिम संस्कार किया गया
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक