बैजनाथ अस्पताल के हाल बेहाल, ओपीडी 300 पार, पर डाक्टर एक, कैसे होगा इलाज..
बाइट – रवि बिष्ट
बागेश्वर के बैजनाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाओं के खिलाफ स्थानीय लोगों ने सांकेतिक धरना दिया। उनका कहना है कि, अस्पताल में केवल एक डॉक्टर उपलब्ध है, जबकि ओपीडी में 200 से अधिक मरीज आ चुके हैं। अल्ट्रासाउंड की सुविधा सप्ताह में दो दिन ही होने से मरीजों की भीड़ बढ़ रही हैं, जिससे मरीजों को बगैर इलाज के ही वापस जाना पड़ रहा हैं। लोगों ने जल्द व्यवस्था सुधारने की मांग की है। मटेना गांव के ग्रामीण ने कहा कि बैजनाथ चिकित्सालय की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है, पूरे गरुड़ विकास खंड के उपचार हेतु एक ही चिकित्सक तैनात है, उपचार के लिए सारी दवाइयां बाहर से लिखी जा रही हैं, रक्त जांच के लिए भी सीमित लैब संचालक की ही रिपोर्ट देखी जा रही है, रोगियों को सामान्य सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों के लिए महंगी से महंगी दवाइयां लिखी जा रही हैं, अल्ट्रासाउंड के लिए गरुड़ से ही नहीं चमोली जिले से भी महिलाएं बुजुर्ग बच्चे बैजनाथ चिकित्सालय पहुंचते हैं, लेकिन अवस्थाओं के चलते उनको बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।
बीते शनिवार को गरुड़ क्षेत्र के लोग सीएचसी बैजनाथ में एकत्र हुए। उन्होंने सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अस्पताल में नगर पंचायत क्षेत्र के अलावा 106 ग्राम पंचायतें और चमोली जिले के सीमावर्ती गांवों से लोग बड़ी संख्या में उपचार के लिए आते हैं। सुविधाएं नहीं होने से उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ता है। अस्पताल एकमात्र बाल रोग विशेषज्ञ के भरोसे चल रहा है। यहां तैनात फिजिशियन हफ्ते में मात्र तीन दिन सेवा देते हैं। बाकी तीन दिन वह जिला अस्पताल में सेवा देते हैं। रेडियोलॉजिस्ट भी यहां सप्ताह में दो दिन सेवा दे पाते हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक