★नरेंद्र पिमोली★
बागेश्वर के गरुड़ में मां की ममता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है अक्सर बच्चे को कांटा चुभ जाए तो मां जोर जोर से चिल्लाने लग जाती है बिलगने लग जाती है लेकिन आज आपको एक ऐसी घटना से वाकिफ कर आते हैं जिसने मां की ममता को सरेआम शर्मसार कर दिया है जिसने भी यह घटना देखी है वे सब दंग रह चुके हैं
प्रेम के नशे में एक युवती जब मां बन गई तो उसने लोक लाज शर्म के चलते अपने नवजात बच्चे को सड़क के किनारे पर फेंक दिया। घटना बागेश्वर जिले के बैजनाथ थाना क्षेत्र की है बैजनाथ ग्वालदम सड़क के किनारे कंधार के समीप जिला पंचायत सदस्य गोपाल किरमोलिया और स्थानीय लोग जब सड़क के किनारे से गुजर रहे थे तो उन्हें एक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी वह नजदीक गए तो उन्होंने देखा कि एक नवजात बालक कपड़े में लिपटा पड़ा है जिसके बाद उन्होंने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ में पहुंचाया चिकित्सकों के द्वारा नवजात शिशु की जांच की गई तो बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ मिला जिसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों के द्वारा पुलिस को इस घटना की सूचना दी।
वही लगभग 10:00 बजे एक युवती अपने परिजनों के साथ चिकित्सालय पहुंची चिकित्सकों ने उसकी जांच की तो उन्हें पता चला कि वह युवती नव प्रसूता है जिसके बाद युवती से पूछताछ की गई और बच्चे को उसके सामने लाया गया तो युवती ने सब कुछ सच बता दिया। युवती ने कहा कि चमोली के थराली निवासी एक युवक से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था इसी के चलते वह गर्भवती हो गई बीती रात जब उसने बच्चे को जन्म दिया तो समाज के डर से उसके परिजनों ने उसके बच्चे को सड़क के किनारे पर छोड़ दिया। मामला बैजनाथ पुलिस तक जा पहुंचा था जिसके बाद सच्चाई सामने आने पर बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।एक जन प्रतिनिधि की नजर उस बच्चे पर पड़ गई और उसे चिकित्सालय ले आए। इधर विधि का विधान तो कुछ और ही था। प्रसव के बाद युवती का रक्तस्राव थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। परिजन उसे लेकर उसी चिकित्सालय में जा पहुंचे जहां उसका नवजात शिशु नर्सों के साथ आंख से आंख मिलाकर शायद पूछ रहा था कि उसकी मां कहां है। चिकित्सकों ने युवती की जांच की और वे समझ गए कि युवती नव प्रसूता है। इसके बाद मां की तड़प ने खुल कर सामने आ गई और बच्चे को उसने अपनी गोद में ले लिया। उधर फिल्मी स्टोरी की तरह बच्चे का पिता भी चिकित्सालय आ पहुंचा। अंतत: प्रेमी युगल विवाह के लिए राजी हो गया और बच्चे को लेकर दोनों अपने घर को रवाना हो गए। मामला पुलिस तक जा पहुंचा है इसलिए पुलिस अपनी औपचारिक जांच कार्रवाई के निपटा रही है।घटना बागेश्वर जिले के बैजनाथ थाना क्षेत्र की है। बागेश्वर जिले के बैजनाथ—ग्वालदम मार्ग पर पिंगलों के जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह किरमोलिया आज सुबह जब कंधार गांव के नजदीक से गुजरे तो उन्हें सड़क के किनारे एक नवजात शिशु किलकारी मारता दिखा। वे नजदीक गए तो देखा एक नवजात बालक कपड़े में लिपटा पड़ा है। किरमोलिया ने बच्चे को उठाकर कर बैजनाथ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया।
वहां चिकित्सकों ने बच्चे के स्वास्थ्य की जांच की तो बच्चा पूर्ण स्वस्थ मिला। चिकित्सकों ने बच्चे को चिकित्सालय में रख कर पुलिस को घटना से अवगत कराया। सुबह लगभग दस बजे एक युवती अपने परिजनों के साथ चिकित्सालय पहुंची। उसे रक्तस्राव की समस्या थी। चिकित्सकों ने उसकी जांच की तो समझ गए कि उसका रात को ही प्रसव हुआ है। लड़की से पूछताछ की और बच्चे को उसके सामने लाया गया तो उसने सच्चाई बता दी।
उसने बतया कि चमोली के थराली निवासी एक युवक से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी बीच वह गर्भवती हो गई। कल रात उसने बच्चे को जन्म तो दे दिया लेकिन लोकलाज के डर से उसके परिजन बच्चे को सड़क के किनारे छोड़ गए, लेकिन किस्मत को तो यह कतई भी मंजूर नहीं था। बच्चे को छोड़ कर आने के बाद उसका रक्तस्राव थमा ही नहीं। अंतत: उसे उसी चिकित्सालय में आना पड़ा जहां कुछ देर पहले उसका नवजात बच्चा पहुंचाया गया था।
इधर कुछ ही देर में युवती का प्रेमी भी चिकित्सालय आ पहुंचा। पुलिस के सामने उसने स्वीकार किया कि बच्चा उन्हीं का है और वह युवती से प्रेम करता है। बाद में युवती व उसके परिजन भी शादी के लिए राजी हो गएऔर नवजात को अपने साथ ले गए। बैजनाथ के थानाध्यक्ष कैलाश सिंह बिष्ट ने बताया कि पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक