कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा आज
कुलाऊँ गांव पंहुचे, करन माहरा ने कुलाऊँ की जनता को संबोधित किया, और बुजुर्गों को किया सम्मानित भी किया, करण मेहरा ने गांव की माताओं व बहनों को अंकित हत्याकांड के बारे में समझया और बसंत कुमार के पक्ष में वोट डालने को भी कहा,
कुलाऊँ गांव में सीनियर कांग्रेसी नेता शेर सिंह रावत के घर पर जनसभा की गई
इसी बीच उन्होंने कहा लोग अब बदलाव की मांग कर रहे हैं, जो कि कांग्रेस के लिए उत्साह बढ़ाने वाली बात है. 5 सितंबर को बागेश्वर विधानसभा सीट के लिए मतदान होना है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी इस चुनाव को मजबूती से जीतेगी.
इस बार बागेश्वर उपचुनाव में बागेश्वर की जनता हाथ का दामन थामेगी या कमल खिलाएगी, इस बात पर पूरे बागेश्वर की नज़रें टिकी हुई है मतदान में अब कुछ ही दिनों का समय बचा हुआ है 5 सितंबर को बागेश्वर में मतदान होना है ऐसे में वहां कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार और भाजपा से पार्वती दास के बीच कड़ा मुकाबला है अब जनता को वहां कौन सी पार्टी लुभाती है यह बड़ा दिलचस्प होगा अभी तक कांग्रेस की बात करें तो सन 2000 में कांग्रेस ने सीट जीती थी उसके बाद लगातार अभी तक सीट पर स्वर्गीय चंदन रामदास का दबदबा रहा है,ऐसे में फैसला जनता के हाथ में है,अब जनता हाथ से हाथ मिलाएगी या कमल खिलाएगी, ये 8 सितंबर को EBM की पेटी खुलेगी तब ही पता लग पाएगा,
कांग्रेस ने बसंत कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है बसंत कुमार ऐंड टाइम मैं आप पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए हैं सन 2022 में बसंत कुमार आप पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे ऐसे में अब देखना यह होगा की बागेश्वर की जनता बसंत कुमार को उनके काबिलियत पर वोट देता है या यह कांग्रेस पार्टी के नाम पर वोट देती है
वही पुष्कर सिंह धामी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है,पूरी धामी कैबिनेट बागेश्वर उप चुनाव मे वोट मांग रही है, आपको बता दे की 5 सितंबर को बागेश्वर में मतदान होना है और 8 सितंबर को मतगणना होनी है ऐसे में कांग्रेस के लिए सीट जीतना उतना ही जरूरी है उतना ही भाजपा के लिए सीट पर अपनी जीत को कायम रखना लेकिन यह जनता को तय करना है इस बार वह बागेश्वर में कमल खिलाएगी या हाथ से हाथ मिलाएगी जनता को करना है कि बार उपचुनाव में वह कमल खिलाती है या हाथ थामती है बागेश्वर में भाजपा प्रत्याशी पार्वती दास और कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार इन दोनों में से क्या लगता है आपको इस बार उपचुनाव में कौन ज्यादा भारी है कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक