ऐपण लोक कला को स्वरोजगार से जोड़ने को लेकर 15 दिवसीय ऐपण प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हो गई है। इसमें अलग बैचों में या समूह की 90 महिलाओं को प्रशिक्षण तार दिया जाएगा। प्रशिक्षण बाद महिलाओं वाई द्वारा ऐपण कला पर तैयार किए गए हैं। उत्पादों को मार्केट में उतारा जाएगा।
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गेवाड़ संकल्प समिति के सी तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ मंगलवार को मुख्य अतिथि एसडीएम जयवर्द्धन शर्मा ने किया।
महिलाओं से आगे बढ़ने का आह्वान किया। संचालन समिति अध्यक्ष भावना शर्मा ने किया। उन्होंने समिति की द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की ‘दिशा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि समिति इस दिशा में सतत प्रयास कर रही है। इससे पूर्व एसडीएम का समिति की ओर से शाल ओढाकर सम्मान कर स्मृति चिह्न भेंट किया गया। अंत में प्रधानमंत्री कौशल विकास के लाभार्थियों को प्रशिक्षण से स्वरोजगार के अवसर प्रमाण पत्र भी बांटे गए। कार्यक्रम में कर अपने को आत्मनिर्भर किरन बाला व मनोज शर्मा ने सहयोग
संस्कृति से जुड़ी कला बताया। कहा माध्यम कि इस कला और विकसित किए जाने विकसित की जरूरत है। महिलाओं को इसके बनाना होगा। उन्होंने के जरिए प्रदान किया।
गेवाड़ संकल्प समिति के तत्वावधान में आयोजित संस्कृति मंत्रालय द्वारा लोक कला ऐपण के प्रोजेक्ट का विधिवत उद्घाटन उप जिला अधिकारी द्वाराहाट चौखुटिया जय वृद्धन शर्मा द्वारा गेवाड़ संकल्प समिति के कार्यालय दिगौत चौखुटिया में किया गया जिसमे महिलाएं को 15 दिन ऐपण प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा एक एक्सपोज़र विजिट करा कर उंनके तैयार प्रोडक्ट को बाजार देने का प्रयास किया ज्यागा तथा गेवाड़ संकल्प द्वारा पूर्व में संचालित कंप्यूटर तथा सिलाई प्रशिक्षण के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये गए इसके अलावा प्रधानमंत्री कौसल विकास में सिलाई में प्रशिक्षण लेकर स्वम का रोजगार कर रही महिलाओं को उपजिलाधिकारी द्वारा समानित भी किया गया और महिलाओं को प्रोत्साहित कर उन्हें स्वरोजगार हेतु मदद का आश्वासन भी दिया गया ।समिति की अध्यक्ष भावना शर्मा ने उपजिलाधिकारी समेत जिला प्रशासन तथा संस्कृति विभाग उत्तराखंड के सचिव श्री हरि चंद्र सेमवाल तथा निदेशक बीना भट्ट ,भारत सरकार तथा महिला शक्ती का आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम में सचिव किरण बाला, अनिता ,सीमा आर्या, भावना तिवारी,बबिता शाह,बबिता तिवारी समेत रहें।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक