उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल 2022 का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने विंटर लाइन कार्निवाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अवलोकन किया। उन्होंने स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना की तथा लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया
मसूरी विंटर लाइन कार्निवल की पहली शाम को जागर सम्राट पद्मश्री बसंती बिष्ट ने खूब रंग जमाया, इस मौके पर दर्शकों ने जमकर आनंद लिया। मसूरी विंटर लाइन कार्निवल के तहत मसूरी के टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत लोक जागर गायिका और बुलंदी नंदा बसंती बिष्ट के जागर से शुरु हुई इसमें बसंती बिष्ट द्वारा नरसिंगा जागर , अदृश्य शक्ति का संसार झलक पर जाकर प्रस्तुत किया गया और पहाड़ में रचने वाली परियां के अदृश्य शक्ति की एक झलक बसंती बिष्ट द्वारा अपने जागर के माध्यम से प्रस्तुत की गई वही ब्रह्मलोक भोलेनाथ का कैलाश पर आधारित जागर ने पूरे माहौल भक्तिमय कर दिया। बसंती बिष्ट ने कहा कि सरकार द्वारा लोक संस्कृति को धरातल पर उतारने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है और इस तरीके के कार्निवल से जहां पर लोक संस्कृति को प्रदर्शित किया जा रहा है वही लोक संस्कृति से आने वाली पीढ़ी को भी रूबरू कराया जा रहा है जो की सहराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि वर्तमान की पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की तरफ आक्रर्शित हो रही है ऐसे में कार्निवल के माध्यम से युवा पीढ़ी को लोक संस्कृति के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का कार्निवाल का आयोजन कराए जाने पर आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि भारत केंद्र और राज्य की सरकार लगातार लोक और शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति जीवन से जुड़ी हुई संस्कृति है जो उत्तराखंड की जान है जिसे सरक्षित किये जाने के लिये सभी को प्रयास करने चाहिये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित विंटर कार्निवल को लेकर पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा मिलेगा वही लोक संस्कृति को भी प्रदर्शित किया जा रहा है जो एक सराहनीय कदम है।
ये कलाकार देंगे प्रस्तुति:
इस बार कार्निवाल में डे एंड नाइट अलग-अलग प्रोग्राम्स होंगे. कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक प्रोग्राम, लोकगीत और कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे. कार्निवाल में उत्तराखंड की स्थानीय कला और संस्कृति को लेकर खास कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. नेपाल और गोरखा समाज के लोगों की ओर से भी विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. साथ ही उत्तराखंड के मशहूर लोक गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, नरेंद्र सिंह नेगी, मीना राणा, रेशमा शाह समेत कई कलाकार प्रोग्राम दे रहे हैं. वहीं, मशहूर गायिका शिकायना मुखिया भी अपने गीतों के सुरों को बिखेरेंगी..
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक