उत्तरखंड
उत्तरकाशी गांव में महीनों से बंद SSB शहीद जवान की बेटी…
विनिता के पिता शहीद हरिकृष्ण भट्ट जो SSB मे कार्यरत रहे 1995 चंबा में ड्यूटी के दौरान वो शहीद हो गए उसके बाद मात्र एक साल बाद विनिता की माँ की भी मौत हो गई।उनकी बुर्जुग दादी ने तीनों बच्चों को निर्मला, योगिता और भाई रामकृपाल सहीत बच्चों का पालन पोषण किया। विनिता की उम्र उस समय मात्र 11 साल का थी ।और भाई (9) साल का था। घर के खर्चे के लिये सरकार द्वारा बड़ी बहन निर्मला के नाम पर हर महीने धनराशि मिलने लगा। जब निर्मला की शादी के बाद विनिता के नाम यह धनराशि मिलने लगी। इस प्रकार घर का पूरा खर्चा चलता था,
घर की जिमेदारी विनिता पर आ गया । जिस कारण विनिता को आठवीं कक्षा में स्कूल छोड़ना पड़ा।
भाई के बालिक होने पर पिता के स्थान पर भाई को S.S.B में जॉब मिल गयी,उसके बाद बिनिता की शादी धनारी के राजेश भट्ट के साथ 2005 में शादी हो गई। समय बढ़ता गया और विनीता के साथ (मारपीट, मानसिक टोचर) पति द्वारा होने लगा।
जिस कारण 2009 में विनिता ने उत्तरकाशी (मणकर्णीना घाट पर गंगा में आत्महत्या करने की कोशिश भी किय गयी, किसी व्यक्ति द्वारा विनिता को बचाया गया और जिला अस्पताल में भर्ती किया गया,उनके बाद बहिनों ने पुलिस थाने में रिपोर्ट भी लिखवाई, उसके पति द्वारा रिपोर्ट वापस लेने पर मजबूर किया गया जिसके बाद विनिता के साथ उसके पति और सास ससुर द्वारा मानसिक प्रताड़ना बहुत अधिक बड़ गया।उसके बाद विनीता की मानसिक स्थिति खराब हो गई इसी बात का फायदा उठाकर उसके पति ने 2016 में दूसरी शादी कर ली।
ये सब होने पर विनिता ने शासन प्रशासन के खूब चक्कर काटे, पर कहि से न्याय नही मिला, न ही कोई कार्यवाही की गई,
पीड़िता का आरोप है कि ससुराल वालों द्वारा दिनभर खेत, जंगल में काम करने के लिए मजबूर किया गया।जिस कारण 2018 में विनिता जंगलों में ही रात काटने को मजबूर हो गयी, कई दिनों तक जंगल में छुपती भागती विनीता को पति द्वारा ढूंढने पर पैर पकड़कर जंगल से घसीटकर लाया गया।
पीड़िता ने कहा गाँव वासी मूकदर्शक बने रहते है,और ग्राम प्रधान राम मोहन उनियाल रिस्तेदार होने के कारण वो मौन है,
विनीता कमरे में बन्द रहती है कई महीनो से न नहाई, न धोई है। विनीता गंन्दगी के साथ रह रही है। विनीता की मानसिक और शाररिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई है, और अब विनीता मौत का इन्तजार कर रही है, और अपने न्याय की भीख मांग रही है.
वीर नारी शक्ति एनजीओ के पहल एवम उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ज्योति साह मिश्रा के सहयोग से प्रशासन द्वारा महिला का रेस्क्यू कर अस्पताल मेंउत्तराखंड की महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा व वीर नारी शक्ति एनजीओ द्वारा महिला का रेस्क्यू कर अस्पताल में इलाज करवाया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी इलाज करवाया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक