रुड़की के खानपुर क्षेत्र में कर्णपुर गांव में एक ऐसा मामला सामने आया जहां पर एक मरीज को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और जब परिजन उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, तब उस शख्स की सांसें चलती महसूस हुई.
घर वाले जब उन्हें घर वापस ले आए और उनका अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी थी उन्हें अंतिम संस्कार से पहले नहलाया जा रहा था, तभी बुजर्ग की सांस चलती महसूस हुई. इसके बाद जल्दी बाजी में परिजन उन्हें अस्पताल लेकर आए. मरीज अभी लक्सर के प्राइवेट नर्सिंग होम में को भर्ती कराया गया है. जहां उनका उपचार चल रहा है. ग्रामीण के बेटे अनुज का कहना है ऐसे हॉस्पिटल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि और लोगों को भी सबक मिल सके. उन्होंने कहा कि पिता के इलाज में करीब ₹170000 खर्च आया, उसके बाद भी डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अनुज ने कहा कि मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत करेंगे.
60 वर्ष के अजब सिंह की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उनके घर वाले डोईवाला स्थित अस्पताल लेकर गए थे. बताया गया कि उनका ब्लड प्रेशर काफी लो हो गया था. उपचार के दौरान चिकित्सकों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था. चार दिनों तक वेंटिलेटर पर रखने के बाद भी उनकी तबीयत नहीं सुधरी. परिजनों के अनुसार बीते दिन चिकित्सक ने ग्रामीण को मृत घोषित कर दिया और वेंटिलेटर से हटाकर उनके परिजन के सुपुर्द कर दिया.
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक