देहरादून बीते दिन आईएमए पासिंग आउट परेड में बागेश्वर जिले के दो युवक चेतन बोरा और गौरव लोहनी सैन्य अधिकारी बने. वहीं, दोनों की इस सफलता पर परिवार सहित पूरे बागेश्वर जिले में में खुशी की लहर है.
बागेश्वर: शनिवार को देहरादून में हुई भारतीय सैन्य अकादमी पासिंग आउट परेड के बाद जोशीगांव (मंडलसेरा) निवासी चेतन बोरा और पांडेखोला (नुमाइशखेत) निवासी गौरव लोहनी सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं. युवाओं की उपलब्धि पर परिजनों ने खुशी जताई है.
चेतन बोरा का चयन असम राइफल्स में हुआ है. वह दो जनवरी को तिनसुखिया (असम) में नियुक्ति देंगे. चेतन ने प्रांरभिक शिक्षा महर्षि विद्या मंदिर और इंटरमीडिएट की शिक्षा सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से प्राप्त की. बचपन से ही सेना में जाने के इच्छुक चेतन पढ़ाई में भी होनहार थे. उन्होंने सीबीएसई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किया था.
चेतन के पिता पहले भी राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक राजेंद्र बोरा और माता गृहणी तारा बोरा को अपने पुत्र की सफलता पर बेहद गर्व है. पिता ने बताया कि चेतन ने अपनी सफलता से उनकी शिक्षा-दीक्षा और पालन-पोषण को सार्थक कर दिखाया है. चेतन की उपलब्धि पर क्षेत्र वासियों ने खुशी जताई है.
भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून से देश-विदेश के 387 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट होकर सैन्य अधिकारी बन रहे हैं। इनमें से 319 भारतीय कैडेट्स पीओपी के बाद भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बनेंगे। 8 मित्र देश अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीप, म्यांमार, तंजानिया और तुर्किस्तान के कुल 68 कैडेट्स पास आउट होकर अपने देश में सैन्य अधिकारी के तौर पर शामिल होंगे।
इस बार पासिंग आउट परेड में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मूल के कैडेट पास आउट हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के 43, जबकि उत्तराखंड से 42 कैडेट्स पास आउट हो रहे हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक