नरेंद्र पिमोली देहरादून।
गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी। उत्तराखंड के वो लोकगायक जिन्होंने उत्तराखंडी लोकसंगीत को देश-विदेश में पहचान दिलाई। इस गीत में उन्होंने यह भी दर्शाया है कि एक दूसरे का साथ कैसे निभाया जाता है उत्तराखंडी लोक संगीत और लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी एक दूसरे के पर्याय हैं। पलायन, बुजुर्गों का दर्द, पहाड़ की पीड़ा और यहां के लोकजीवन के ऐसे तमाम अनछुए पहलुओं को लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने गीतों के माध्यम से जनता के सामने रखा। 71 साल की उम्र में भी वो युवाओं को उत्तराखंडी संस्कृति से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके गीतों को लाखों-करोड़ों बार देखा गया, सराहा गया। पहाड़ के लोग उनके गीतों का बेसब्री से इंतजार करते हैं। हाल में लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी का नया गीत आ गया
कनुक्वे निभौलूँ यूट्यूब पर देखें नेगी जी का धमाकेदार प्रस्तुति
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक