बागेश्वर जिले के असों से जिला पंचायत सदस्य की निर्वाचन के बाद पैदा हुई तीसरी संतान
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव निर्दलीय जीतने वाले कुंदन की अव तीसरी संतान होने से चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। विपक्षी इसे मुद्दा बनाने के लिए कानूनी राय लेने लगे हैं, वहीं जिला निर्वाचन कार्यालय का साफ कहना है कि अब यह मामला उनके स्तर का नहीं है। जिपं सदस्य के तीसरी संतान होने की जानकारी इंटरनेट मीडिया में भी तेजी से वायरल हो गई है।
असों बोहला जिला पंचायत सोट से निर्दलीय प्रत्याशी कुंदन ने भाजपा तथा कांग्रेस प्रत्याशियों को हराकर जीत दर्ज की। उनको निर्वाचन का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है। वहीं निर्वाचन के साथ ही उन्हेंनि भाजपा को अपना समर्थन भी दे दिया है। भाजपा में शामिल होने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत भी किया गया। वहीं अब उनकी तीसरी संतान दिल्ली के एक अस्पताल में होने की चर्चा है। गांव की एएनएम सतरूपा ने बताया कि पम्मी देवी पत्नी कुंदन की डिलीवरी को तिथि 31जुलाई थी।
विपक्षी इसे मुद्दा बनाने के लिए लेने लगे कानूनी राय ले रहे है,
वही जिला निर्वाचन कार्यालय ने कहा यह मामला उनके स्तर का नहीं
एक बार फिर भाजपा में फिर मच सकता है घमासान
असों बोहला सीट से जिपं सदस्य बने कुंदन ने भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा के पहले सदस्य जीतकर आए थे। जिला पंचायत में भाजपा का जिलाध्यक्ष बनने की पूरी संभावना थी। लेकिन कुंदन की तीसरी संतान होने से अब उनके निर्वाचन को लेकर कयास लगने लगे हैं। विपक्षी इस मामले में कानूनी राय भी ले रहे हैं। साथ ही विरोधियों के इसको लेकर न्यायालय की शरण लेने की चर्चा भी गरमाने लगी है। इसके अलावा तीन विजयी सदस्यों के नाम भी गांव तथा शहर में है। जिस पर न्यायालय का निर्णय आना बाकी है।
गढ़वाली कुमाऊनी वार्ता के सूत्र बताते हैं बच्चे के डिलीवरी लिए दिल्ली ले जाया गया, और दिल्ली किसी निजी अस्पताल में जच्चा बच्चा दोनों रखा गया है….
सूत्र बताते हैं नामांकन में नहीं दी गई पत्नी के गर्भवती होने की जानकारी
निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार 25 जुलाई 2019 से दो बच्चों वाला प्रत्याशी ही पंचायत चुनाव नही लड़ सकता है। चर्चा है कि कुंदन ने नामांकन में दो बच्चों को जिक्र किया था, पत्नी के गर्भवती होने की बात नामांकन भरते समय छुपाई गई है।
वह घर पर नहीं हैं। गांव में परिवार के लोगों से पूछताछ में पता चला कि वह दिल्ली चलो गई हैं। उनकी पहले पांच तथा चार वर्ष की दो पुत्रियां हैं। अब दिल्ली में पुत्र होने की चर्चा गांव में चल रही है। जब गढ़वाली कुमाऊनी वार्ता ने उनको फोन कॉल के माध्यम से संपर्क किया गया हो तो उनका फोन स्विच आफ आ रहा है। वही,आरओ शिल्पी पंत ने
कहा कि मामला उनके स्तर का नहीं है। यदि ऐसा था तो नामांकन के समय आपत्ति दर्ज करनी चाहिए थी। वहीं तीसरी संतान होने को लेकर जिपं सदस्य कुंदन से वार्ता करने के लिए मोबाइल नंबर मिलाया गया, लेकिन स्विच आफ होने के कारण बात नहीं हो पाई।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक