देहरादून में करीब 4 हेक्टेयर जमीन पर सैन्य धाम बनाया जाएगा. यही पर उपनल का भी कार्यालय स्थापित किया जाएगा. सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि ये उत्तराखंड के सैनिकों और शहीद जवानों के प्रति सम्मान है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस सैन्य धाम में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को इस बात का एहसास हो कि हमारे जवानों ने कैसे देश की हिफाजत की है.त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सैनिकों और शहीदों के गांव और आंगन की मिट्टी सैन्य धाम बनाने के लिए लाई जाएगी. वहीं, सीएम ने शहीद सैनिकों के सम्मान में राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही राशि को 15 लाख रुपए तक करने की घोषणा की है. पहले यह राशि ₹10 लाख राज्य सरकार की तरफ से दी जाती थी.
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में चारों धामों के अलावा एक बात कही थी, जिसमें कहा था कि उत्तराखंड में पांचवा धाम सैन्य धाम है. उसको लेकर राज्य सरकार ने सैन्य धाम बनाने की घोषणा की थी और आज इस बात की खुशी है कि सैन्य धाम का शिलान्यास किया गया है. यह सैन्य धाम आने वाली पीढ़ी को यह बताएगी कि कैसे बहादुर सैनिकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सरहदों की हिफाजत की थी.
वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि भविष्य में जो भी सरकार बने मुख्यमंत्री सैन्य धाम में आकर ही शपथ ले, यह धाम ऐसा होना चाहिए जहां पर आकर हर व्यक्ति को कुछ अलग भावना आए. यहां पर संभव हो तो हर गांव से शहीद की शीला भी रखी जाए या उसकी कोई निशानी हो. इसके अलावा यहां पर साहसिक खेलों को लेकर भी कुछ खास होना चाहिए, ताकि देश विदेश से जो भी आए सबसे पहले इस धाम पर माथा टेके
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक