केदारनाथ यात्रा में पंजीकरण की हुई अनिवार्यता
चारधाम यात्रा में प्रत्येक वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा है जिस से व्यवस्थाओं में सुधार न हो ने से यात्रा व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं। बीते 10 मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले। कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने लगा जो कि इस कदर बाद गया कि केदारघाटी के प्रत्येक बाजारों में जाम की स्थिति बननी शुरू हो गई। जिस से तीर्थ यात्री समय से अपने गंतव्य तक नही पहुंच पाए।
केदारघाटी के व्यवसायियों ने बताया कि यात्रा चरम पर है, लेकिन व्यवस्थाएं बेहतर न होने से जाम की स्थिति बन रही हैं। जाम से व्यवसायियों के व्यवसाय पर भी इसका असर पड़ने लगा है। उन्होंने कहा कि, बाजारों में बेहतर पार्किंग व्यवस्था न होने से से सड़कों पर वाहनों को रोक दिया जाता है जिस से जाम की स्थिति बनती है, कई बार शासन प्रशासन को इसके बाबत सूचित किया गया लेकिन आज तक इसमें सुधार नही हो पाया।
उन्होंने बताया कि व्यवस्थाएं न होने से पुनः यात्रा पर पंजीकरण की अनिवार्यता की गई है। बिना पंजीकरण यात्रा पर पहुंचे तीर्थ यात्रियों को प्रशासन द्वारा वापिस भेज दिया जा रहा है।
वहीं जिला प्रशासन ने पंजीकरण चैकिंग हेतु जनपद के शुरुआती स्थानों पर बैरियर लगा दिए हैं जिस से पंजीकरण को देख जा रहा है, साथ ही बिना पंजीकरण किए जनपद में पहुंचे यात्रियों को वापिस भेजना शुरू कर दिया गया है।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक