प्रदेश स्तर में रेड क्रॉस में घमासन।
देहरादून। पहले से विवादों पर चल रही रेडक्रोस की राज्य मैनेजिंग कमेटी का विवाद कम नहीं हो पा रहा है। मंगलवार को राज्य कोषाध्यक्ष मोहन खत्री ने 23 अप्रैल की बैठक के जारी कार्यवृत्त पर आपत्ति व्यक्त की है।
रेडक्रोस राज्य कमेटी उत्तराखंड निरंतर विवादों पर है। कमेटी के कार्यों पर निरंतर सवाल उठ रहे हैं परंतु मैनेजिंग कमेटी जांच की संस्तुति करने तक पर हिचक रही है। राज्य मैनेजिंग कमेटी के सदस्य रह चुके मनोज गोविल एवं अशोक लोहनी प्रदेश के संस्थापक सदस्यों में हैं। उनका आरोप है कि रेडक्रोस को सही तरीके से नियमावली के तहत कार्रवाई के मुद्दे उठाने पर उनको षड्यंत्र के तहत विना पक्षय जाने पद से हटा दिया गया। 23 अप्रैल की बैठक में प्रदेश कमेटी की एकमात्र महिला सदस्य नीरू भट्ट ने नियमो का पालन न करने की बात कही तो उनको सुना न गया। जिस पर उन्होंने इस्टीफा दिया जिसे तुरंत स्वीकार किया गया। कमेटी के सदस्य डॉ पाल ने पूर्व में 23 अप्रैल की बैठक कार्यवृत्त पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए असहमति व्यक्त की थी अब कोषाध्यस मोहन खत्री ने भी इसको मम्मानी बताते हुए कहा है कि जो बैठक पर नहीं हुआ उजको लिखा गया है। उन्होंने भी इस पर असहमति व्यकट करते हुए चैयरमेन को पत्र लिखा है। इधर अशोक लोहनी एवं मनोज गोविल ने कहा है कि वो रेडक्रोस के कार्यों की जांच व उनके द्वारा लगाए आरोपों पर जांच कमेटी को सबूत के साथ अपनी बात कहने व राज्य कमेटी के साथ किसी भी प्रकार की चर्चा को तैयार हैं।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक