ढाई वर्ष में भी पूरा नहीं हुआ जेजेएम योजना का कार्य ग्रामीणों ने जल संस्थान पर लगाए लापरवाही के आरोप
चंपावत जिले में सरकार की महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना में लगातार भ्रष्टाचार व लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं वहीं लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत रोसाल की जल जीवन मिशन योजना के तहत 181 लख रुपए की लागत से बन रही रोसाल रेट्रो पेयजल योजना का कार्य ढाई साल में भी पूरा नहीं हो पाया है जिस कारण क्षेत्र के ग्रामीणों में जल संस्थान के खिलाफ काफी आक्रोश ग्रामीण अब जल संस्थान पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगा रहे हैं मंगलवार को कमलेड़ी के निवर्तमान ग्राम प्रधान संजय भट्ट व किसान नेता मोहन चंद्र पांडे ने बताया रोसाल क्षेत्र में सरकार की जनकल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन के तहत जल संस्थान के द्वारा लगभग ढाई वर्ष पूर्व कार्य शुरू किया गया था जिसमें अभी तक बोरिंग और सिर्फ पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया गया है अधिकारियों से बार-बार कहने के बावजूद भी योजना में ना तो टैंक व पंप हाउस का निर्माण कार्य किया गया है ना ही योजना में कार्य कर रहे ठेकेदार का पता है ग्रामीणों ने बताया क्षेत्र में पेयजल का भीषण संकट छाया है इस योजना से ग्राम पंचायत कमलेड़ी व कायल के रोसाल , डनगांव , टुंडाबिष्ट व लोजनी के ग्रामीणों को पेयजल मिलना था पर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से योजना का कार्य अधूरे में लटका पड़ा है क्षेत्र के ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द योजना का कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो वे जल संस्थान के खिलाफ धरने में बैठ जाएंगे वही जल संस्थान के अभियंता पवन बिष्ट ने फोन वार्ता में बताया इस वर्ष आई आपदा से योजना का कार्य प्रभावित हुआ है उन्होंने कहा दो हफ्ते के भीतर योजना का कार्य शुरू कर दिया जाएगा उन्होंने कहा योजना में दो टैंक व पंप हाउस का निर्माण कार्य होना है कुल मिलाकर जेजेएम लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है ज़िले में इन योजनाओं की जांच के लिए डीएम के द्वारा आदेश भी दिए गए
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक