बागेश्वर। एनएच द्वारा बागेश्वर- बरेली मोटर मार्ग में चौड़ीकरण के दौरान गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से गुणवत्ता पर ध्यान देने की मांग की जा रही है परंतु प्रशासन व जनप्रतिनिधि सुध नहीं ले रहे हैं। जिपं सदस्य चंदन रावत ने एक बार फिर प्रशासन से इस ओर ध्यान देने की मांग की है।
राष्टीय राजमार्ग बरेली-बागेश्वर में इन दिनों कठपुड़ियाछीना से बागेश्वर तक चौड़ीकरण किया जा रहा है। कार्य प्रारंभ होने के बाद से ही यहां गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगता रहा है। कार्य कर रहे कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी हमेशा यह खुलेआम कहते रहे हैं कि उनकी सेटिंग हर जगह रहती है कोई कुछ नहीं कर सकता है। विगत माह जिपं सदस्य चंदन रावत ने दीवार की नींव डालने के दौरान प्रयोग किए जा रहे रेता बजरी पर सवाल उठाए परंतु किसी ने इसकी सुध नहीं ली। वहीं ठेकेदार द्वारा अब भी मिटटी मिली रेता बजरी का उपयोग किया जा रहा है। इस मार्ग से प्रतिदिन कई लोग गुजरते हैं तथा कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठता रहा है तथा कई लोग इसके लिए सांसद व विधायक समेत प्रशासन को कोस रहे हैं। जिपं सदस्य चंदन रावत समेत सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कुमार, हरीश चंद्र, किशन सिंह दानू ने बताया कि एनएच ठेकेदार द्वारा खुलेआम सिमेंट की बजाय गारे मिटटी की दीवार बनाई जा रही है जिस पत्थर का भी प्रयोग किया जा रहा है वह भी हल्की गुणवत्ता का पत्थर है। जिससे कार्य पर सवाल उठ रहे हैं। कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह इसकी जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
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पोकलैंड की अनुमति भी बना सवाल
बागेश्वर। कार्यदायी संस्था द्वारा चौड़ीकरण के दौरान पोकलैंड का प्रयोग भी यक्ष प्रश्न बना हुआ है। संवेदनशील क्षेत्र व आबादी का क्षेत्र होने के कारण ऐसे स्थानों पर भारी मशीनों का प्रयोग नहीं किया जा सकता है परंतु यहां पर ठेकेदार द्वारा भारी भरकम मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। खान अधिकारी जिज्ञासा बिष्ट ने बताया कि स्थानीय स्तर पर कार्यदायी संस्था ने मशीनों के प्रयोग की अनुमति नहीं ली है परंतु इसका पता लगाया जा रहा है। बता दें कि कंपनी द्वारा मशीनों के प्रयोग से कई घरों में कंपन की स्थिति पैदा होने की शिकायत है।
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एनएच में गुणवत्ता का प्रयोग न होने की शिकायत मिली है। इसकी जांच कराई जाएगी। यदि गुणवत्ता पर कमी पाई गई तो अधिकारियों समेत कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक